वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदेव राम उरांव का निधन
जयपुर, 16 जुलाई। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदेव राम उरांव का कल निधन हो गया। वे 70 वर्ष के थे। बुधवार दोपहर बाद तबियत बिगड़ने पर उन्हें जिला चिकित्सालय ले जाया गया लेकिन चिकित्सकों के द्वारा काफी प्रयास किए जाने के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।
उरांव मूलत: छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के कोमड़ो गांव के निवासी थे। उनका जन्म कोमड़ो गांव में एक अक्टूबर वर्ष 1949 को हुआ था। वह 12 वर्ष की आयु से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आए तथा बाद में वह वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यों से जुड़ गए थे। वर्ष 1969 से ही वह वनवासी कल्याण आश्रम की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य थे। वर्ष 1985 में उन्हें कल्याण आश्रम का उपाध्यक्ष बनाया गया। वर्ष 1995 से वह वनवासी कल्याण आश्रम के अखिल भारतीय अध्यक्ष के दायित्व पर थे।
सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत व भैय्या जी जोशी ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
उन्होंने अपने संयुक्त शोक संदेश में कहा कि उनका देहावसान हम सभी संघ स्वयंसेवकों व वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यकर्ताओं के दुख से स्तिमित कर देने वाला नियति का निर्मम आघात है। वे कल्याण आश्रम की वैचारिक प्रस्थापना को दृढ़ रखने वाले आधार रूप वटवृक्ष थे। उनके अचानक देहावसान के कारण उनके परिवार जन, कल्याण आश्रम के कार्यकर्ताओं तथा संघ के स्वयंसेवकों को शीतल छाया देने वाला एक वटवृ़क्ष चला गया। हम सब समदु:खी हैं। दिवंगत जीव की शांति व सद्गति के लिए हम प्रार्थना करते हैं।
जगदेव राम ने अपना पूरा जीवन वनवासी क्षेत्रों के कल्याण के कार्य में अर्पित कर दिया।