राष्ट्र सेविका समिति ने मनाया वर्ष प्रतिपदा उत्सव
राष्ट्र सेविका समिति ने मनाया वर्ष प्रतिपदा उत्सव
भीलवाड़ा। बुधवार को राष्ट्र सेविका समिति ने हरी सेवा धाम में बड़े उत्साह और धूमधाम से वर्ष प्रतिपदा उत्सव मनाया। सभी सेविकाओं ने तिलक लगाकर, नीम मिश्री व काली मिर्च प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हुए एक दूसरे को नववर्ष की शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी चंदा सोनी ने की, वहीं मुख्यवक्ता के रूप में चित्तौड़ प्रांत बौद्धिक प्रमुख सुशीला उपस्थित रहीं।
सुशीला ने चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का महत्व बताते हुए कहा कि भारतीय कालगणना पूरे विश्व में विलक्षण है। इस कालगणना में सेकंड से भी 5 इकाई कम तक इकाई उपलब्ध है। भारतीय कालगणना पूर्णतया वैज्ञानिक व सैद्धांतिक है। हम अभी संवत् 2080 व युगाब्ध 5125 में प्रवेश कर रहे हैं, इससे यह पता चलता है कि हमारी संस्कृति प्राचीनतम संस्कृति है। उन्होंने कहा कि हमें छोटे से छोटे कार्य को भी सकारात्मकता के साथ करते हुए राष्ट्र व संगठन के कार्य को पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाना चाहिए। हमारी संस्कृति सुरक्षित रहे, संस्कार सुरक्षित रहें और हम व देश सुरक्षित रहे, इस भावना से काम करना है। उन्होंने नव संवत्सर पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि घर में भगवान का भजन-पूजन करने के साथ ही सनातन धर्म ग्रंथ भी हमारे घरों में होने चाहिए। समय-समय पर इनका स्वाध्याय पठन होना चाहिए। इससे अगली पीढ़ी संस्कारवान बनेगी।