विद्या भारती विद्यालय संस्कार के साथ शिक्षा व परिणाम में भी अव्वल

विद्या भारती विद्यालय संस्कार के साथ शिक्षा व परिणाम में भी अव्वल

विद्या भारती विद्यालय संस्कार के साथ शिक्षा व परिणाम में भी अव्वल

जयपुर, 31 जुलाई। विद्या भारती राजस्थान द्वारा संचालित विद्यालयों ने कक्षा द्वादशी के सभी संकायों व दशमी में उत्कृष्ट परिणाम दिया है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी द्वादशी के परिणाम में कला, वाणिज्य व विज्ञान संकाय में कुल 76 विद्यार्थियों ने 90 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त कर गौरवान्वित किया है। इनमें विज्ञान संकाय में जयपुर के एक विद्यार्थी ने 98.80 फीसदी, कला संकाय में दौसा की एक बालिका ने 95.40 तथा वाणिज्य संकाय में चूरू की एक बालिका ने 96.60 फीसदी अंक प्राप्त किए है। वहीं कक्षा दशमी के 763 विद्यार्थियों ने 90 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। इन परिणामों ने साबित कर दिया है कि विद्या भारती के विद्यालयों में अनुशासन के साथ कराया जाने वाला अध्ययन अन्य निजी विद्यालयों की तुलना में सर्वश्रेष्ठ साबित हो रहा है।

आदर्श विद्या मंदिर से जुड़े एक अभिभावक राजेन्द्र प्रसाद बताते हैं कि अधिकांश विद्यालयों में नाममात्र की पढ़ाई कराई जाती है, वहीं अधिकांश निजि विद्यालयों में सिर्फ अच्छी सुविधाएं देकर अभिभावकों को भ्रमित किया जाता है। लेकिन आदर्श विद्या मंदिर विद्यालयों में गुणवत्तायुक्त अध्यापन के साथ बालक के सर्वांगीण विकास पर ध्यान दिया जाता है। विद्या मंदिरों में अध्ययनरत बालक कठोर अनुशासन के अभ्यस्त हो जाते हैं जिसकी झलक सार्वजनिक जीवन में उनके संस्कारों में देखने को मिलती है।

बोर्ड द्वारा जारी द्वादशी के परीक्षा परिणाम में कला संकाय में 28, वाणिज्य में 15 व विज्ञान में 33 बालक-बालिकाओं ने 90 फीसदी व अकेले 12 विद्यार्थियों ने 95 फीसदी से ज्यादा अंक प्राप्त किए हैं। इसके साथ ही पूरे राजस्थान के विद्या मंदिरों में संचालित कला संकाय में 97.91, वाणिज्य में 95.21 व विज्ञान में 95.42 फीसदी परिणाम रहा है। वहीं कला संकाय में 7, विज्ञान में 6 तथा वाणिज्य में 4 विद्यार्थियों ने राजस्थान में सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त किए हैं। इनमें सर्वाधिक 9 बालिकाएं शामिल हैं। कला तथा वाणिज्य दोनों ही संकायों में सर्वश्रेष्ठ अंकों के साथ बालिकाएं टॉपर रही हैं।

इसी प्रकार दशमी के परिणाम भी उत्साहित करने वाले रहे हैं। पूरे राजस्थान में 18676 विद्यार्थी दशमी की परीक्षा में शामिल हुए थे। जिनमें से 10 हजार से अधिक विद्यार्थी प्रथम श्रेणी आने के साथ परिणाम 93.7 प्रतिशत रहा। वहीं 763 विद्यार्थियों ने 90 फीसदी के साथ 5 ने 98 फीसदी अंक प्राप्त किए है। माध्यमिक आदर्श विद्या मंदिर कालू बीकानेर की छात्रा मंजू चौधरी ने 98.67 फीसदी अंक प्राप्त कर राज्य में टॉपर रही हैं।

विद्या भारती राजस्थान के अध्यक्ष प्रोफेसर भरतराम कुम्हार ने बताया कि हांलाकि यह पहली बार नहीं है, लेकिन अन्य विद्यालयों की तुलना में आदर्श विद्या मंदिर विद्यालयों का परिणाम श्रेष्ठ रहा है। कई विद्यालयों का परिणाम तो शत प्रतिशत भी  रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण है परम्परागत शिक्षा पद्धति से अलग हटकर बालकों की एकाग्रता बढ़ाने के लिए चलाई जाने वाली अतिरिक्त गतिविधियां। इसके साथ ही अवकाश के दिनों में विद्यार्थियों को आने वाली कठिनाईयों को आचार्यों की सहायता से दूर करना भी श्रेष्ठ परिणाम में सहायक हुआ।

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