रामजी के काज में कोई घर न छूटे – श्रीवर्द्धन
- उदयपुर शहर की 72 बस्तियों और समीपवर्ती 114 गांवों में जुटेंगे 4 हजार से अधिक कार्यकर्ता
उदयपुर, 31 दिसम्बर। ‘नाथ सकल संपदा तुम्हारी। मैं सेवक समेत सुत नारी।’ इसी भावना के साथ हर परिवार भगवान श्रीराम के मंदिर में अपनी सामर्थ्य के अनुसार समर्पण अर्पित करने की भावना रखता है। ऐसे में जरूरी है कि अयोध्या में बन रहे भगवान श्रीराम के मंदिर के लिए निधि संग्रह के पुनीत कार्य में जुटे कार्यकर्ता हर घर पर पहुंचें। यह आह्वान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजस्थान क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक प्रमुख श्रीवर्द्धन ने गुरुवार को यहां विद्या निकेतन बालिका विद्यालय सेक्टर-4 के सभागार में आयोजित रामोत्सव निधि संग्रह समिति के प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक में किया।
उन्होंने कहा कि देश भर में भगवान श्रीराम के मंदिर के लिए घर-घर जाकर निधि संग्रह करने का अभियान 15 जनवरी से शुरू होने वाला है। अभियान के शुरू होने से पहले ही घर-घर में भगवान श्रीराम के मंदिर के लिए कुछ न कुछ अर्पण करने की भावना का संचार हो रहा है। ऐसे में कार्यकर्ताओं को हर परिवार तक पहुंचकर उनकी भावना रूपी संकल्प को पूरा करने में सहयोगी बनना होगा। बैठक में चित्तौड़ प्रांत के प्रांत प्रचारक मुरलीधर ने कार्यकर्ताओं को महाअभियान की कार्ययोजना व विभिन्न चरणों की विस्तृत जानकारी दी।
रामोत्सव निधि संग्रह समिति के प्रमुख अशोक प्रजापत ने बताया कि उदयपुर शहर को 72 बस्तियों में बांटा गया है। इन सहित शहर के समीपवर्ती 114 गांवों में 4 हजार से अधिक कार्यकर्ता निधि संग्रह अभियान के सहभागी होंगे। शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों व संत समाज के साथ बैठकों का दौर जारी है। गुरुवार को भी कई स्थानों पर तैयारी बैठकें हुई जिनमें 15 जनवरी से 15 फरवरी के मध्य चलने वाले व्यापक गृह संपर्क अभियान की रूपरेखा तय की गई। बैठकों में कार्यकर्ताओं को अभियान संबंधी पत्रक वितरण भी किए जा रहे हैं जो घर-घर बांटे जाएंगे। बैठकों का आयोजन कोरोना बचाव की गाइडलाइन के अनुसार किया जा रहा है।
रामोत्सव निधि संग्रह समिति के सहप्रमुख गोपाल सोनी ने बताया कि अभियान दो चरणों में चलेगा। पहला चरण 15 जनवरी से 30 जनवरी तक रहेगा, दूसरा चरण 31 जनवरी से 15 फरवरी तक रहेगा। दूसरे चरण में रामोत्सव निधि संग्रह समिति के कार्यकर्ता घर-घर सम्पर्क करेंगे। निधि संग्रह में 10 रुपये, 100 रुपये व 1000 रुपये के कूपन रहेंगे। जिस परिवार की जैसी भावना होगी, उनकी श्रद्धा का सम्मान करते हुए राम मंदिर के लिए उनका समर्पण स्वीकार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 2000 से अधिक की राशि पर 80-जी की छूट का प्रावधान भी रहेगा। पहले चरण का आरंभ संतों के सानिध्य से शुरू किया जाएगा।