नशाखोरी और छुआछूत को दूर कर गांव की खुशहाली के लिए काम करने का संकल्प करें : इन्द्रेश कुमार

नशाखोरी और छुआछूत को दूर कर गांव की खुशहाली के लिए काम करने का संकल्प करें : इन्द्रेश कुमार

नशाखोरी और छुआछूत को दूर कर गांव की खुशहाली के लिए काम करने का संकल्प करें : इन्द्रेश कुमारनशाखोरी और छुआछूत को दूर कर गांव की खुशहाली के लिए काम करने का संकल्प करें : इन्द्रेश कुमार

  • हिसार जिले के गांव राजली में ग्रामीणों ने मनाया ग्राम उत्सव, दिया समरसता और एकता का संदेश

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इन्द्रेश कुमार ने गांव के लोगों को आपसी प्रेम और गांव की खुशहाली के लिए काम करने का संकल्प दिलाते हुए कहा कि गांव में जन्म होना सौभाग्य की बात है, हम सबको इस पर गर्व करना चाहिए। इन्द्रेश कुमार गत 11 जनवरी को हिसार जिले के गांव राजली में समरस गंगा ग्राम उत्सव में शामिल होने पहुंचे थे। इस अवसर पर ग्राम उत्सव में मुख्य अतिथि के नाते प्रदेश के ऊर्जा मंत्री रणजीत चौटाला भी शामिल हुए।

इन्द्रेश कुमार ने कहा कि गांव की खुशहाली के लिए नशे से दूर रहने और समरसता के लिए संकल्प लेकर काम करना चाहिए। इस गांव की माटी ने हमें बहुत कुछ दिया है। हमारे लालन-पालन से लेकर हमारी सामाजिक पहचान तक में इसका महत्वपूर्ण योगदान है। यह गांव ही है जो हमें हर परिस्थिति में संघर्ष करते रहने और आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि हम सब ग्रामीणों को तीन बातों को अपने स्वभाव से निकालकर आगे बढ़ना होगा, जिनमें सबसे पहले गाली, दूसरे नम्बर पर गुस्सा और तीसरे स्थान पर घृणा आती है। यदि ये तीन चीजें हम छोड़ देते हैं तो स्वतः ही हमारा समाज संगठित और एकता की मिसाल बन जाएगा।

उन्होंने कहा कि समय के साथ व्यक्ति को उन्नति करनी चाहिए, पर अपनी सांस्कृतिक धरोहर को भी संभाल कर रखना चाहिए। हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों को बताना है कि हमारी संस्कृति कितनी महान और गौरवशाली है।

ऊर्जा मंत्री रणजीत चौटाला ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि रहने के लिए गांव से बेहतर कोई स्थान नहीं हो सकता। शहर चाहे कितने ही आधुनिक हो जाएं पर गांव की बराबरी नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि जापान जैसे दुनिया के सबसे स्वस्थ देशों के स्वास्थ्य का राज भी गांवों में ही है। गांव के तालाब-जोहड़, खेत-क्यार आज भी जितनी शांति प्रदान करते हैं दूसरी कोई चीज नहीं करती। आज देश की तस्वीर बदल गई है। भारत का नाम दुनिया भर में आदर के साथ लिया जाता है।

खेलों के साथ ग्रामीणों ने हरियाणवी गीतों और कई प्रकार की प्रतियोगिताओं का आनंद लिया
समरस गंगा ग्राम उत्सव में आए हरियाणवी कलाकारों ने जहां अपनी प्रस्तुतियों से ऐसा जादू किया कि ग्रामीण झूम उठे। कार्यक्रम में एक अनोखी प्रतियोगिता हरियाणवी पहनावे को लेकर भी रखी गई। इसमें गांव की महिलाएं और पुरुष पूरे हरियाणवी परिधान में दिखे। उत्सव में प्रतिभावान विद्यार्थियों और प्रगतिशील किसानों को सम्मानित भी किया गया।

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