समाज की सज्जन शक्ति का सहभाग बढ़े- सरकार्यवाह

समाज की सज्जन शक्ति का सहभाग बढ़े- सरकार्यवाह

समाज की सज्जन शक्ति का सहभाग बढ़े- सरकार्यवाहसमाज की सज्जन शक्ति का सहभाग बढ़े- सरकार्यवाह

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले के तीन दिवसीय चितौड़ प्रांत के प्रवास पर 7 अक्टूबर 2022 को संघ कार्यालय मातृमंदिर, अजमेर में क्षेत्र स्तर के कार्यकर्ताओं की संगठन कार्य सम्बन्धी बैठकें हुईं, जिनमें प्रांतों में संगठन के कार्यों की जानकारी तथा 2025 के संघ स्थापना के शताब्दी वर्ष के निर्धारित लक्ष्यों यथा कार्य विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण पर विस्तार से चर्चा व समीक्षा हुई।

सेवा कार्यों के माध्यम से समाज के दुर्बल वर्ग की सहायता करते हुए, उनके विकास के संबंध में चर्चा की गई। ऐसे प्रकल्पों व सेवा कार्यों का प्रभाव बढ़ाने हेतु समाज की सज्जन शक्ति की सहभागिता अधिकाधिक बढ़ाने पर विचार विमर्श हुआ।

उत्तर पश्चिम अर्थात राजस्थान क्षेत्र कार्यकारिणी के कार्यकर्ता आज की बैठकों में उपस्थित रहे। इन बैठकों में कार्यकर्ताओं द्वारा समाज में सम्पर्क व संवाद की अनौपचारिक शैली के बारे में चर्चा हुई।

व्यवहार में समरसता, परिवार में जीवन मूल्यों एवं सेवा बस्तियों में सेवा के कार्य की स्थिति व उसकी समीक्षा तथा ज्वाइन आरएसएस के माध्यम से प्राप्त आवेदकों की संख्या में हुई बढ़ोतरी तथा मुख्यतः युवा व विद्यार्थी वर्ग संघ से जुड़ रहा है आदि बैठक के विषय रहे।

जागरण पत्रिका पाथेय-कण प्रत्येक गांव में पहुंचे, पाठक संख्या बढ़े, व पाठकों के सम्मेलन हों, इस हेतु योजना बनाने पर विस्तार से विचार किया गया।

प्रांत में पिछले 705 दिनों से श्रुतम् संदेश रचना व्हाट्सएप एप्प के द्वारा एक तंत्र विकसित किया गया है, जिसमें अनवरत प्रतिदिन एक संदेश प्रेषित किया जा रहा है। वर्तमान में 11,113 स्वयंसेवकों द्वारा 12,799 ब्रॉडकास्ट समूहों में अनेक बंधु- भगिनियों को प्रतिदिन वैचारिक व रचनात्मक संदेश प्रेषित किए जाते हैं। इन ब्रॉडकास्ट संदेश में भारत की उज्जवल परंपरा, हिंदू मत पंथों का परिचय, प्रसिद्ध ग्रन्थों का संक्षिप्त जानकारी, राष्ट्रीय संस्थानों के यशस्वी संस्कृत ध्येय वाक्यों का परिचय, राष्ट्र एवं समाज हित में सकारात्मक कार्य का परिचय, कृति रूप संघ दर्शन एवं स्वराज-75 से संबंधित संदेश प्रेषित किए जाते हैं। इसके साथ ही ग्राम विकास एवम घुमंतु जाति के छात्रावास, कुटुंब प्रबोधन के विषय पर भी बातचीत हुई ।

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