सामाजिक सद्भाव से ही समाज में एकता और समरसता का निर्माण होगा

सामाजिक सद्भाव से ही समाज में एकता और समरसता का निर्माण होगा

सामाजिक सद्भाव से ही समाज में एकता और समरसता का निर्माण होगासामाजिक सद्भाव से ही समाज में एकता और समरसता का निर्माण होगा

श्रीमाधोपुर, 25 मार्च। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पहल से श्रीमाधोपुर में सभी जाति बिरादरी प्रमुखों व सामाजिक कार्यकर्ताओं का एक विशेष मिलन कार्यक्रम नव संवत्सर एवं नवरात्र के अवसर पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षाविद राजेंद्र राज ने की। मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला सह कार्यवाह पवन कुमार ने कहा कि भारत के राष्ट्रीय जीवन में सभी जाति व बिरादरी का एक बड़ा योगदान रहा है। हमारे यहां सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय का संदेश देने वाली हिन्दू चिंतन परंपरा सदियों से चली आ रही है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति हमारी पहचान है। भारतीय सांस्कृतिक मूल्य ही समाज जीवन को सशक्त करते हैं। कालांतर में जो भी विकृतियां समाज जीवन में पैदा हुई हैं, उन सब विकृतियों को ठीक करने का काम भी हमारा है। हमें उन सब का निराकरण, निवारण करते हुए आगे बढ़ना है। हमारे यहां सबको एक माना गया है। हम सब एक हैं।

कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक संगठनों व जाति बिरादरी के प्रमुखों ने अपने समाज एवं सर्व समाज के लिए उपयोगी सुझावों का आदान प्रदान किया। महावन संस्थान से जुड़े बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट गगन शर्मा ने समाज के सभी वर्गों से जल और वन के संरक्षण की मुहिम में सहयोग की अपील की। यादव समाज के पदाधिकारी व सुजलाम  से जुड़े जेके लोन के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. योगेश यादव ने युवा और विद्यार्थियों के लिए करियर काउंसलिंग व तकनीकी शिक्षा के प्रोजेक्ट की जानकारी दी। पार्षद विनेश सैनी ने सैनी समाज के द्वारा पिछले 20 – 22 वर्षों से रक्तदान के कार्यक्रम की चर्चा करते हुए कहा कि ज्योतिबा फुले, सावित्रीबाई फुले की स्मृति में सैनी समाज की पहल पर सर्व समाज प्रतिवर्ष एक हजार  से अधिक यूनिट रक्तदान करता है। सेवानिवृत्त वैज्ञानिक सीताराम सैनी ने प्रतिवर्ष सर्व समाज के प्रतिभावान विद्यार्थियों के सम्मान समारोह के कार्यक्रम की जानकारी दी। सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप सिंह शेखावत ने श्रीमाधोपुर स्थापना दिवस पर कार्यक्रम आयोजन का सुझाव दिया।

सेन समाज के अध्यक्ष रोडमल सेन ने शिक्षा और अन्य सामाजिक सुधारों को लेकर अपने समाज में हो रहे बदलाव के बारे में बताया। सेवानिवृत्त कर्मचारी प्रह्लाद सोमानी ने भवन उपलब्ध होते ही इसी सत्र से सभी समाज के लिए पुस्तकालय शुरू करने की बात कही। राजपूत समाज के राजेंद्र सिंह  तंवर, पार्षद रामअवतार महरड़ा, पूरणमल आचार्य ने भी विचार प्रकट किए।

पूर्व जिला परिषद सदस्य दिलीप फोगावट ने जाति बिरादरी  के प्रमुखों से समाज की धर्मशाला व भवनों में कोचिंग सुविधा उपलब्ध करवाने का सुझाव दिया। कार्यक्रम का संचालन दिलीप सिंह शेखावत ने किया। कार्यक्रम के अंत में हिन्दू समाज की एकता व समरसता को सशक्त करने का संकल्प लिया गया तथा हुतात्मा भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।

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