सीएए का समर्थन करने पर मुस्लिम अतिवादियों ने की मारपीट
कोटा व टोंक में सामने आए दो मामले
नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में रैली, गोष्ठी व सभा यहां तक की सोशल मीडिया पर भी समर्थन करने वालों के खिलाफ अब मुस्लिम अतिवादी उग्र होने लगे हैं। कोटा में सीएए के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने पर तथा टोंक में सीएए समर्थित रैली से लौट रहे कार्यकर्ता पर मुस्लिमों द्वारा हमला करने के दो मामले सामने आए हैं। घटनाक्रम के अनुसार कोटा जिले सांगोद में शुक्रवार को चंद्रप्रकाश नाम युवक ने सोशल मीडिया पर सीएए के समर्थन में पोस्ट डालने को लेकर खफा दो मुस्लिम युवकों ने चंद्रप्रकाश के साथ मारपीट कर दी। मुस्लिमों द्वारा किए गए हमले में वह बुरी-तरह घायल हो गया, जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। इस सम्बंध में पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस रविवार को मारपीट के आरोपी युवकों को गिरफ्तार करने पहुंची। जहां आरोपितों के घर पर मौजूद महिलाओं ने पुलिस कार्रवाई का विरोध जताया। इसी बीच यहां पर सैकड़ों की तादाद में मुस्लिम जमा हो गए और पुलिस पर महिलाओं के साथ मारपीट का आरोप लगाते हुए सडक़ पर टायर जलाकर जाम लगा दिया। पुलिस ने युवकों से समझाइश की तो उल्टा प्रदर्शनकारी पुलिस से उलझते रहे। जहां पुलिस और प्रदर्शनकारी आमने-सामने हो गए। इसी बीच हिंदू संगठनों के भी कई कार्यकर्ता मौके पर जमा हो गए तथा दोनों गुटों के लोगों के आमने-सामने होने की नौबत आ गई लेकिन बाद में पुलिस ने दोनों तरफ से लोगों को खदेड़ कर मामले को शांत करवाया।
टोंक में समर्थन में रैली के बाद युवक पर हमला
टोंक में सीएए के समर्थन में रविवार को अनेकों संगठनों द्वारा विशाल रैली निकाली गई। इसके बाद रामलीला मैदान में सभा का आयोजन हुआ। जहां सभा के बाद घर लौट रहे युवक के साथ बमोर गेट पर नकाबपोश आधा दर्जन लोगों ने हमला कर मारपीट कर दी। हमले में युवा कार्यकर्ता सोहेल हिन्दुस्तानी घायल हो गया। सोहेल सीएए के समर्थन में आयोजित हुई सभा में वक्ता था और सभा के बाद बमोर गेट के समीप मोहल्ला बटवालान में अपने घर जा रहा था। सोहेल ने बताया घर जाने के दौरान कुछ नकाबपोश लोगों ने उसे रोक लिया और सभा में जाने व सम्बोधित करने का उलाहना दिया। नकाबपोश ने उसके साथ मारपीट कर दी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना के बाद पहुंचे संगठन के कार्यकर्ताओं ने उसे सआदत अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस को सोहेल हिन्दुस्तानी ने आधा दर्जन नकाबपोश लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दी है। ऐसे में कोटा व टोंक में सीएए समर्थनकारियों से की गई मारपीट से अंदाजा लगाया जा सकता है कि दूसरों को शांतिपूर्ण आंदोलन करने का शिगूफा देने वाले मुस्लिम अतिवादी उग्र होकर बेवजह मारपीट पर उतारू हो रहे हैं।