सेवा विभाग की पहल : कर्फ्यू में कोई भूखा न रहे इसलिए जरूरतमंदों तक पहुंचा रहे हैं भोजन के पैकेट
भीलवाड़ा शहर में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लगे कर्फ्यू के चौथे दिन सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सेवा विभाग और हरीसेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर के सहयोग से वंचित वर्ग व सेवा बस्तियों के लिए भोजन पैकेट का निर्माण व वितरण प्रांरभ कर दिया गया है। कर्फ्यू के कारण शहर में कुछ वर्ग ऐसे हैं, जिनका नित्य गुजारा सम्भव नहीं हो पा रहा है। इसके लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सेवा विभाग तथा हरीसेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर ने भोजन का बीड़ा उठाया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भीलवाड़ा महानगर के संचालक चांदमल सोमानी ने बताया कि शहर 31 मार्च तक पूर्णतः बंद है और कुछ वर्ग ऐसे हैं जिन्हें दैनिक भोजन जुटाना मुश्किल हो रहा है। इसके लिए संघ के सेवा विभाग ने यह तय किया कि इनको भोजन उपलब्ध कराया जाए। योजना के अनुसार शहर को सात भागों में विभाजित कर सेवा बस्तियों का चयन किया गया। इसके पश्चात् शहरवासियों से सहयोग का आह्वान किया गया। शहरवासियों के सहयोग से 75 हजार भोजन पैकेट का निर्माण 31 मार्च तक प्रतिदिन किया जाएगा। इसके लिए भोजन का निर्माण सोमवार से हरीसेवा उदासीन आश्रम में करने के साथ ही इसका वितरण किया जा रहा है। इसका वितरण संघ के स्वयंसेवकों द्वारा प्रशासन से अनुमति लेकर किया जा रहा है। संघ ने शहरवासियों से अपील की है कि वे अपने आसपास ध्यान रखें कि कोई भूखा न सोए तथा कुछ भोजन अतिरिक्त बना कर आसपास में गाय कुत्ते व अन्य पशुओं को भी खिलाएं।
महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने बताया कि भोजन पैकेट में पूड़ी सब्जी व मिठाई रखी जा रही है। भोजन बनाते व पैक करते समय पूर्ण सावधानी बरती जा रही है। कोई भूखा न सोए इसीलिए अन्नक्षेत्र की यह सेवा प्रारम्भ की गई है। भोजन बनाने वाले हलवाई तथा पैक करने वाले स्वयंसेवक मास्क, दस्तानों व सेनेटाइजर का उपयोग कर रहे हैं। आज हरीसेवा उदासीन आश्रम में भोजन निर्माण के समय महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन, रवि जाजू, रमेश अग्रवाल, चांदमल सोमानी, सत्येन्द्र जैन, बनवारी सोनी, ललित चीपड़, मनीष सेठिया, कैलाश सोमानी, राजेन्द्र गौड़, राकेश असावा उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि भीलवाड़ा में कोरोना संक्रमित डॉक्टर-कंपाउंडर ने करीब छह हजार मरीजों का उपचार कर दिया। प्रशासन ने पूरे जिले को सील कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें पूरे जिले में स्क्रीनिंग कर रही है। भीलवाड़ा में कोरोना की भयावह स्थिति यानी स्टेज-3 को देखते हुए डब्ल्यूएचओ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन काम करने वाले नेशनल सेंटर ऑफ डिसीज कंट्रोल की टीमें भी लगी हुई है। जिले में आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
(हिं स)