स्मार्टफोन से बढ़ रहा आंखों में सूखापन, दस में एक व्यक्ति को होती है परेशानी
डेस्कटॉप स्क्रीन, टैबलेट और स्मार्टफोन आदि को कुछ घंटे चलाने के बाद आंखों में जो तकलीफ होती है, उसे डिजिटल आई स्ट्रेन कहते हैं। औसतन 10 में से 9 वयस्क ऐसे होते हैं जो हर दिन 2 घंटे से अधिक वक्त डिजिटल डिवाइस का उपयोग करते हैं, 10 में से एक व्यक्ति ऐसा होता है, जो अपने दिन का कम से कम तीन-चौथाई समय डिजिटल डिवाइस के साथ बिताता है। इससे डिजिटल आई स्ट्रेन के लक्षण जैसे- आंखों में सूखापन, खुजली, चीजें धुंधली दिखाई देना, आंखों की थकान, गर्दन और पीठ दर्द व सिरदर्द जैसे कष्ट सामने आने लगते हैं। डिजिटल स्ट्रेन से बचाव के कुछ आसान से उपाय…
इन उपायों को अपनाएं
- आंखों को झपकाना : आंखों पर दबाव कम करने के लिए बीचबीच में उन्हें झपकाएं।
- कंप्यूटर से ब्रेक : अगर कंप्यूटर पर लगातार काम करते हैं तो बीच में ब्रेक लीजिए। लंच करते समय मोबाइल स्क्रीन बंद कर दें।
- कमरे में रोशनी : छोटे टेबल लैंप को अपनी आंखों के पास रखें। इससे मॉनिटर की चमक कम हो जाती है। तेज रोशनी वाले स्रोतों को कम कर दें और मॉनिटर पर फिल्टर का उपयोग करें।
- 20/20/20 का नियम : उपकरणों से ब्रेक लेकर हर 20 मिनट पर 20 फीट की दूरी पर रखी वस्तुको 20 सेकंड के लिए घूरते हुए आंखों को आराम दें।
- सुरक्षा देने वाले चश्मे पहनें : यह उपकरणों की हानिकारक नीली रोशनी से बचा सकते हैं।
- आई मास्क का प्रयोग : एक तौलिए को ठंडे पानी में भिगोकर आंखों पर 2 से 7 मिनट के लिए रखें। बर्फ और टी बैग्स भी आंखों पर रखें।