स्वराज सिंधू 75 (पुस्तक परिचय)
पुस्तक : स्वराज सिंधू 75
आलेख संकलन कर्ता : डॉ. सुरेश बबलानी
प्रकाशक : राजस्थान सिंधी अकादमी
स्वतंत्रता के आंदोलन में भारत के समस्त प्रांतों का योगदान रहा है। जिससे सिंध प्रांत भी अछूता नहीं था। यह अलग बात है कि वर्तमान में सिंध भारत का अंग नहीं है। 1947 से पूर्व स्वतंत्रता आंदोलन में सिंधी समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा। यह योगदान सिंधी साहित्य में सिंधी भाषा में उपलब्ध है, किंतु स्वतंत्रता के यज्ञ में सिंध प्रदेश की आहुतियां हिंदी में उपलब्ध नहीं हैं, जिससे भारत के अन्य भाषा भाषी इससे लगभग अपरिचित रहे हैं। सिंध के इस आंदोलन को भारत के समस्त नागरिकों तक पहुंचाने के लिए डॉ. सुरेश बबलानी ने देश के ख्यातनाम सिंधी के 12 साहित्यकारों से सिंध की स्वतंत्रता यज्ञ में आहुतियां विषय पर विभिन्न आलेख प्राप्त कर इनको स्वराज 75 के अंतर्गत संपादित कर “स्वराज सिंधू 75” नामक पुस्तक में संकलित किया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस पुस्तक में दो लेखकों के अतिरिक्त शेष लेखकों का जन्म भारत में ही हुआ है। उन्होंने सिंधी साहित्य का गहन अध्ययन कर यह आलेख तैयार किए हैं। जिन्हें संपादित करने के पश्चात राजस्थान सिंधी अकादमी ने स्वाधीनता का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रमों की शृंखला में इस पुस्तक को प्रकाशित किया है।