स्वस्थ लोकतंत्र के निर्माण में पत्रकार की अहम भूमिका- डॉ. शर्मा

स्वस्थ लोकतंत्र के निर्माण में पत्रकार की अहम भूमिका- डॉ. शर्मा

स्वस्थ लोकतंत्र के निर्माण में पत्रकार की अहम भूमिका- डॉ. शर्मा

 

  • देव ऋषि नारद जयंती पर विश्व संवाद केन्द्र पर कार्यक्रम आयोजित

उदयपुर, 7 मई। स्वस्थ लोकतंत्र के निर्माण में पत्रकार की भूमिका महत्वपूर्ण है। पत्रकार को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माना गया है। पत्रकार व लोकतंत्र दोनों ही एक-दूसरे के पूरक हैं।

यह बात सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. कमलेश शर्मा ने शनिवार को विश्व संवाद केन्द्र उदयपुर में आद्य संवाददाता देव ऋषि नारद जयंती पर आयोजित परिचर्चा में कही। ‘स्वस्थ लोकतंत्र के निर्माण में मीडिया की भूमिका’ विषय पर आयोजित परिचर्चा में मुख्य अतिथि के रूप में उन्होंने कहा कि समाज व राष्ट्र के निर्माण में पत्रकार की भूमिका महत्वपूर्ण है। एक पत्रकार शासन, प्रशासन एवं जनता को सजग रखता है। उन्होंने पत्रकार और पत्रकारिता में आने वाली कठिनाइयों को रेखांकित करते हुए कहा कि जीवन में उतार-चढ़ाव पत्रकार की नियति है, इसके बावजूद पत्रकार खबर के साथ पूरी निष्ठा रखता है और समाज को अद्यतन समाचार पहुंचाने में कोताही नहीं बरतता। उन्होंने कहा कि समाज का हित उसी में है कि मीडिया सशक्त हो, जब तक मीडिया सशक्त नहीं होगा, तब तक लोकतंत्र सशक्त नहीं हो सकता।

परिचर्चा में शिक्षाविद रमेश शुक्ला ने कहा कि जिस प्रकार देव ऋषि नारद सूचनाएं प्रसारित करने में पूर्ण विवेक रखते थे, उसी प्रकार पत्रकारों को भी सामाजिक मानकों का ध्यान रखते हुए सामग्री का प्रेषण करना चाहिए। सरोज कुमार ने कहा कि अपुष्ट और तथ्यहीन सामग्री को प्रसारित करने से समाज भ्रमित होता है। ऐसी सामग्री का सम्पादन उच्च कोटि का हो, इसके प्रयासों की आवश्यकता है। पत्रकारिता का स्वरूप मिशन का ही रहना चाहिए। डॉ. भारत भूषण ने नागरिक पत्रकारिता को लोकतंत्र की आवश्यकता बताते हुए कहा कि मीडिया को अपनी स्वतंत्रता के साथ जिम्मेदारी का भी ध्यान रखना होगा। उन्होंने मीडिया द्वारा चलाए जाने वाले जल बचाओ, पर्यावरण बचाओ, बेटी बचाओ आदि अभियानों को समाज का पथ प्रदर्शक बताया। परिचर्चा में बालूदान बारहठ ने समाचारों और विचारों में पारदर्शिता पर विचार रखे।

शिक्षाविद रमन कुमार सूद ने कहा कि मीडिया की भूमिका समाज को दिशा देने की है, ऐसे में प्रसारित की जाने वाली सामग्री पर पूर्ण गंभीरता रखने की आवश्यकता है। आज एक गलत खबर समाज में द्वेषता का कारण बन जाती है। खबरों की निष्पक्षता व सकारात्मकता का दायित्व आज की पत्रकारिता पीढ़ी पर है।

परिचर्चा में सम्मिलित वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश शर्मा, राजेश वर्मा, राकेश शर्मा राजदीप, कौशल मूंदड़ा, दिनेश भट्ट, मनीष कोठारी, चेतन व्यास आदि ने पत्रकारिता को सशक्त बनाने के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून की आवश्यकता पर बल दिया। सभी ने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए मीडिया का भी स्वस्थ होना आवश्यक है। वरिष्ठ पत्रकारों ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में आने वाली नई पीढ़ी पूर्ण निष्ठा के साथ पत्रकारिता को समझे, क्योंकि पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद फील्ड में ही असल परीक्षा से सामना होता है। साथ ही, पत्रकारों ने प्रबुद्धजनों से आग्रह किया कि किसी भी सामग्री के प्रति किसी भी तरह की जिज्ञासा होने पर संबंधित संस्थान या पत्रकार से सकारात्मक रूप से चर्चा करें, यह चर्चा का क्रम पत्रकारिता और नागरिकों के बीच न केवल संबंधों को प्रगाढ़ करेगा, बल्कि कई तरह की भ्रांतियों को भी दूर करेगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्व संवाद केन्द्र के अध्यक्ष कमल कुमार रोहिल्ला ने की। कार्यक्रम का आरंभ देव ऋषि नारद की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। परिचर्चा का संचालन संवाद केन्द्र के सहसचिव नरेश यादव ने किया और आभार सचिव प्रवीण कोटिया ने व्यक्त किया। परिचर्चा में मीडिया से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई।

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