हमारा एक ही धर्म, राष्ट्र धर्म -निम्बाराम
हमारा एक ही धर्म, राष्ट्र धर्म -निम्बाराम
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बाड़मेर द्वारा प्रबुद्ध जन संगम का आयोजन टाउन हॉल बाड़मेर में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए संघ के राजस्थान क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने कहा कि स्वाधीनता के अमृत काल में यह प्रयास किया जा रहा है कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान करने वाले विस्मृत सेनानियों का स्मरण किया जाए। उन्होंने उपस्थित प्रबुद्ध जनों से आग्रह किया कि आने वाले 25 वर्षों में हम राष्ट्र निर्माण के कार्य को तीव्र करें। उन्होंने कहा कि गांधी जी भारत में रामराज्य स्थापित करने के लिए संघर्षरत रहे। संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ. हेडगेवार ने 1920 के कांग्रेस अधिवेशन में पूर्ण स्वतंत्रता का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में हमें मानसिक व बौद्धिक गुलामी से मुक्त होना है, हमारा एक ही धर्म है राष्ट्र धर्म। स्वामी विवेकानंद ने धर्म को भारत की आत्मा कहा है, उसके अनुसार ही देश चलेगा। विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति का देश भारत है। विश्व के विभिन्न देशों के लोग शिक्षा प्राप्त करने के लिए भारत आते थे। एक भारत, श्रेष्ठ भारत बनाने के लिए हमें भारत का अध्ययन करना होगा। डॉ. हेडगेवार ने भारतीय समाज के उत्थान के लिए श्रेष्ठ व्यक्तियों का संगठन करने का कार्य प्रारंभ किया। समाज में एक मंदिर, एक कुआं, एक श्मशान के माध्यम से समरस समाज के निर्माण के लिए संघ प्रयासरत है। संघ समर्पण एवं त्याग का भव्य रूप है। जागृत समाज ही आगे बढ़ सकता है। समाज के विकास के लिए भौतिक व आध्यात्मिक दोनों ही उन्नति आवश्यक हैं।
उन्होंने प्रबुद्ध जनों का आह्वान करते हुए कहा कि संघ के समाज परिवर्तन के कार्य में समाज को सहयोग देना चाहिए। संघ अपनी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से समाज परिवर्तन का कार्य कर रहा है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन में बाबूलाल परिहार ने कहा कि संघ पिछले 97 वर्षों से समाज में समरसता एवं सद्भाव के भाव का निर्माण कर रहा है। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि साध्वी सत्यसिद्धा ने कहा कि आप अपने बालक का सर्वांगीण विकास चाहते हैं, तो उसे संघ की शाखा में भेजिए।
इस अवसर पर बाड़मेर के जिला संघचालक रिखबदास बोथरा, पूर्व आईजी सांगाराम जांगिड़, पद्मश्री अनवर खान एवं बड़ी संख्या में बाड़मेर जिले के प्रबुद्धजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अशोक कुमार दवे ने किया।