हमें विश्वास है देश में हिन्दू राज हो गया तो भी मुस्लिमों को कोई नहीं मारेगा– अमीन खान
जयपुर। कांग्रेस पर विरोधी दल मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करने के आरोप लगाते हैं। देश में सात दशक से कांग्रेस मुस्लिमों का उपयोग एक वोट बैंक के रूप में करती रही है। इसी मुद्दे पर राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के ही मुस्लिम विधायक अमीन खान ने कांग्रेस को मुस्लिमों की उपेक्षा करने पर आइना दिखा दिया। उन्होंने कांग्रेस की रीति- नीति पर सवाल खड़े करते हुए मुस्लिम समुदाय की उपेक्षा का आरोप लगाकर सियासी हलकों में नई बहस को जन्म दे दिया। विधायक ने नाराजगी प्रकट करते हुए सदन में कहा कि मुस्लिमों को भाजपा के नाम पर डराया जाता है। लेकिन हमें विश्वास है कि देश में हिन्दू राज हो गया तो भी मुस्लिमों को कोई नहीं मारेगा।
दरसअल राजस्थान का आम बजट (2022-23) प्रस्तुत होने के बाद सदन में बजट बहस में सीमावर्ती जिले बाड़मेर की शिव विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक अमीन खान ने अपने विधानसभा क्षेत्र की उपेक्षा पर आक्रोश प्रकट किया। कांग्रेस को खरी-खरी सुनाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जो पुरानी आदत बन गई है उस आदत को बदल दो, वरना लोग अब अंजान नहीं हैं, सब जानते हैं। कहीं चोट खा जाओगे। भाजपा हिन्दुत्व की ज्यादा बात करती है। हिन्दू धर्म में साफ लिखा है कि किसी को मारेंगे नहीं। हिंदू राज हो गया, तो भी हमें विश्वास है कि हमें कोई नहीं मारेगा। यह तो एक भय दिखाने की बातें हैं।
बजट पर चल रही बहस के दौरान कांग्रेस के परंपरागत कोर वोट बैंक मुस्लिम समुदाय की उपेक्षा के साथ अमीन खान के बयानों में पिछले दिनों राजस्थान में हुए कैबिनेट विस्तार का दर्द भी छलका है। उनका कहना है कि मंत्रिमंडल में दो मुसलमान विधायक मंत्री हैं, लेकिन उनमें से किसी के पास भी वह मंत्रालय नहीं है, जो आम जनता के काम करा सके। सालेह मोहम्मद के पास कब्रों का मंत्रालय है, जिसका मुसलमान वर्ग से लेना- देना नहीं है। जाहिदा के पास मंत्रालय सरकारी प्रेस का है, अब हमें कोई पुस्तक तो छपवानी है नहीं। उन्होंने कहा कि वसुंधरा के समय यूनुस खान मंत्री था। तबलीगी जमात का था और पक्का मुसलमान था। उसके पास दो मंत्रालय थे और दोनों महत्वपूर्ण मंत्रालय थे। मैं अपने इलाके से पांचवीं बार विधायक हूं। इस तरह हमें नजर अंदाज नहीं किया जाए।
अमीन खान ने कहा कि, ‘सब जानते हैं कि 95 प्रतिशत मुसलमान पोलिंग भी करते हैं, जिनमें से 99 प्रतिशत पोलिंग कांग्रेस के पक्ष में होती है, लेकिन हम भाजपा का जितना जोखिम उठाते हैं उतना हमें इंसाफ नहीं मिलता।’
आम बजट में शिव विधायक ने अपनी विधानसभा में आवासीय स्कूल सहित कई कामों के प्रस्ताव भिजवाए थे, लेकिन सीएम ने बजट भाषण के दौरान शिव विधानसभा क्षेत्र का नाम नहीं लिया। इससे अमीन खान के मन में नाराजगी घर कर गई।
उन्होंने कहा कि उर्दू भाषा पाकिस्तान व मुसलमानों के अकेले की भाषा नहीं है। उर्दू असली हिन्दुस्तान की भाषा है। आज भी जिला हैडक्वार्टर और किसी शहर में थाना अलग होता है तो उस थाने का नाम सदर थाना रखा जाता है। यह कोई हमारे कहने से तो नहीं लिखते हैं। सदर शब्द संस्कृत या हिंदी का शब्द नहीं है, यह उर्दू का शब्द है। पुलिसिंग में सबसे ज्यादा शब्द उर्दू के उपयोग में लिए जाते हैं। उर्दू एक मोहब्बत और अदम वाला शब्द है। राजस्थान में गांवों, शहरों में हजारों मदरसे हैं। उन्होंने इन मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को उर्दू का महत्व नहीं देने पर सरकार को चेताते हुए कहा कि कांग्रेस के पास कोई मौका नहीं रहेगा। मुसलमानों के साथ रिलीफ नहीं है। बीजेपी वालों को कुछ कह नहीं सकते हैं, क्योंकि हम उनको वोट नहीं देते हैं।
अमीन खान ने कहा कि बाड़मेर जिले में सात विधानसभा सीटें हैं। लोकसभा चुनाव में सबमें 30-40 हजार वोटों से कांग्रेस पीछे रही थी, लेकिन मेरी विधानसभा में कांग्रेस आगे रही, लेकिन बजट में मेरे क्षेत्र में एक इंच भी सड़क नहीं दी गई है।