बेरोजगारी दूर करने के लिए स्वरोजगार ही समाधान- सतीश कुमार
बेरोजगारी दूर करने के लिए स्वरोजगार ही समाधान- सतीश कुमार
जयपुर, 8 मई। स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संगठक सतीश कुमार ने कहा कि हमें ना पूंजीवाद चाहिए और ना साम्यवाद, हमें चाहिए राष्ट्रहित में कार्य करने वाली शक्ति। सतीश कुमार शनिवार को स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत विचार वर्ग एवं स्वावलंबी भारत अभियान की कार्यशाला को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एक दौर था, जब चीन में बारिश होती थी तो साम्यवादी भारत में छाता तान लेते थे, लेकिन आज उनकी स्थिति पूरी तरह बदल गई है। हमें इस भारत को स्वावलंबी बनाकर युवाओं को स्वरोजगार के लिए तैयार करना है। उन्होंने कहा कि लोगों को पढ़ाई- लिखाई के बाद नौकरी की तलाश होती है। सरकारी नौकरी की तलाश करने की बजाय हमें उन्हें रोजगार देने वाला बनाना चाहिए। बेरोजगारी दूर करने के लिए स्वरोजगार ही समाधान है। उन्होंने कहा कि साल 2030 में भारत की अर्थव्यवस्था 10 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि आने वाला समय भारत का होगा।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक बाबूलाल ने कहा कि सोलहवीं सदी में भारत की जीडीपी 22% थी, लेकिन अंग्रेजों के आने के बाद भारत की जीडीपी 3% रह गई। इतिहास के दस्तावेजों में पता चलता है कि भारत की जीडीपी जब 22% थी, उस समय इंग्लैंड की जीडीपी मात्र 3% थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमें स्वावलम्बी भारत बनाने के लिए स्वरोजगार को प्राथमिकता देनी चाहिए। स्वरोजगार के माध्यम से ही देश की गरीबी को दूर किया जा सकता है। स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत संयोजक देवेंद्र भारद्वाज ने कहा कि समय की मांग है कि आज हमें स्वरोजगार के माध्यम से स्वावलंबी होकर भारत को मजबूत राष्ट्र बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नौकरी मांगने के बजाय हमें नौकरी देने वाला बनना चाहिए।
कार्यशाला के अलग-अलग सत्रों को मंच के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख धर्मेंद्र दुबे, स्वावलंबी अभियान की राष्ट्रीय सह संयोजक अर्चना मीणा, क्षेत्र संयोजक डॉ. सतीश आचार्य, मंच के प्रांत सह संयोजक लोकेंद्र सिंह, प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ. धर्मवीर चन्देल, मनीषा जैमन सहित अन्य पदाधिकारियों ने सम्बोधित किया। मंच संचालन अभियान के संयोजक महेन्द्र शर्मा ने किया। कार्यक्रम का आयोजन मानसरोवर स्थित आदर्श विद्या मंदिर में हुआ।