कविताएं साहित्य भाषा पैंतीस टुकड़ों में कटा, श्रद्धा का विश्वास…. 2 years ago Pathey Kan पैंतीस टुकड़ों में कटा, श्रद्धा का विश्वास मत बहको बेटियो, कुल को समझो ख़ास। पैंतीस टुकड़ों में…