अमेरिका का गन कल्चर अब मेवात में भी विकसित हो रहा
डॉ. नीलम यादव
अमेरिका का गन कल्चर अब मेवात में भी विकसित हो रहा
अमेरिका में नरसंहार की वारदात ने अमेरिकी समाज की संस्कृति और संस्कारों की परतें खोल दी हैं। गत दिनों हुए अमेरिका के टेक्सास के निकट उवाल्डे शहर में 18 साल के एक युवक ने स्कूल में घुसकर फ़ायरिंग की, जिसमें मासूम बच्चों और शिक्षिकों सहित 23 लोगों की मौत हो गई। अमेरिका का यह गन कल्चर हैरान और परेशान ही नहीं विध्वंसकारी घटनाओं को आए दिन अंजाम दे रहा है। दुखद बात यह है कि राजस्थान और हरियाणा के मेवात क्षेत्र में भी यही कल्चर पनप रहा है, वह भी अवैध हथियारों का। एनसीआर तो अवैध हथियार बनाने वालों का हब बन गया है। यह क्षेत्र राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ अपनी सीमाओं को साझा करता है। यहाँ अवैध हथियारों के कारोबार के साथ, धोखाधड़ी, वाहन चोरी, कार जैकिंग जैसे अवैध धंधे शामिल हैं।
आज मेवात में अवैध हथियारों का कारोबार तीव्र गति से बढ़ रहा है। घर-घर में अवैध हथियार बनाकर तस्करी की जा रही है। मेवात क्षेत्र मुस्लिम बहुल है। यहॉं अवैध हथियारों का धंधा कुटीर उद्योग की तरह है। जमीनों पर कब्जों, गोतस्करी, लवजिहाद, फिरौती, ठगी आदि के चलते आये दिन फायरिंग की घटनाएं भी होती ही रहती हैं। यदि समय रहते इसे रोका नहीं गया तो यह समाज अपने युवाओं को कभी कंट्रोल नहीं कर पाएगा। आज कुछ परिवार चंद रुपयों के लालच में अपने बच्चों को अवैध धंधों में लिप्त कर शिक्षा से दूर कर रहे हैं। एक दिन ये बच्चे मानसिक विकारों से ग्रसित होकर इन अवैध हथियारों का प्रयोग अपने परिवारों पर भी करेंगे, जो समाज के लिए घातक साबित होगा।
अमेरिकी संविधान में 1791 में हथियार रखना हर वयस्क का अधिकार क़रार दिया गया। इसलिए बंदूकें वहाँ दुकानों पर बहुत आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं और ऐसे उपलब्ध होती हैं जैसे भारत में दुकानों पर सब्ज़ी मिलती है। यही कारण है वहाँ गोलाबारी और सामूहिक हत्याओं के समाचार आते रहते हैं। इस तरह की घटनाएँ पूर्व में भी कई स्कूलों में हो चुकी हैं।
एक सर्वे के अनुसार अमेरिका की जनसंख्या 33 करोड़ है जबकि वहाँ बंदूकें 40 करोड़ हैं। अमेरिका में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति देश की संस्कृति और संस्कारों पर सवालिया निशान खड़ा करती है? अमेरिकी समाज गन कल्चर, हथियार लॉबी के विरुद्ध खड़े होने का साहस कब जुटा पाएगा? अमेरिका के लिए यह सख़्त क़दम उठाने का समय है। कोई भी देश यदि समय रहते अपने नागरिकों को अवैध कार्यों में सम्मिलित होने से नहीं रोका पाता है तो आने वाले समय में परिणाम परिवार, समाज व राष्ट्र के लिए घातक ही सिद्ध होते हैं। आज भारत सरकार को भी हथियारों के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाना होगा। इसके लिए संलिप्त लोगों पर सख्त कार्रवाई के साथ ही कड़ी सजा का प्रावधान भी करना होगा।
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