हमारे बारे में
पाथेयकण पोर्टल पाथेय संस्थान का एक नया उपक्रम है। संस्थान पिछले 37 वर्षों (1985) से पाथेयकण पत्रिका का प्रकाशन कर रहा है। एक लाख से अधिक प्रसार संख्या वाली इस पत्रिका की पहुंच राजस्थान के आधे से अधिक गॉंवों तक है।
आज इंटरनेट का युग है, समाचार तेजी से प्रसारित होते हैं। अत: पत्रिका की लोकप्रियता व समय की मांग को देखते हुए संस्थान ने पत्रिका के साथ ही एक न्यूज पोर्टल शुरू करने पर विचार किया। इस विचार को मार्च 2020 में मूर्त रूप दिया गया।
संस्थान का उद्देश्य एक ऐसा प्लेटफॉर्म लाना था, जहां लोगों को अपराध व राजनीति से परे, मुख्य रूप से देश व समाज से सरोकार रखने वाले समाचार, विश्लेषणात्मक व वैचारिक लेख पढ़ने को मिलें। साथ ही नकारात्मक व विभाजनकारी समाचारों का वास्तविक पहलू भी पाठकों के सामने उजागर हो। पोर्टल का कलेवर ऐसा हो जिससे पाठकों का पूरा परिवार जुड़ाव का अनुभव करे। इसके लिए महिलाओं व बच्चों से जुड़ी रुचिकर पठन सामग्री देने का भी प्रयास किया गया है। प्रश्नोत्तरी, महापुरुष पहचानो, कविताएं व कहानियां जैसी श्रेणियां उसी की एक कड़ी हैं।
पोर्टल टीम
पाथेयकण पोर्टल की कोर टीम अवैतनिक है व स्वयंसेवी भाव से पोर्टल के लिए काम करती है। पोर्टल पत्रकारिता के नए छात्रों को कार्यानुभव व प्रोत्साहन राशि प्रदान कर उनके कौशल संवर्धन की दिशा में भी सक्रिय है।