इंतजाम
इन जेहादियों को कोई कैसे समझाए कि कोरोना का संक्रमण मजहब, जाति, नस्ल और मुल्क देखकर नहीं फैलता, यह तो छींकने, खांसने और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से व्यक्ति से व्यक्ति में फैलता है।
शुभम वैष्णव
फोन पर चवन्नी लाल और अठन्नी लाल लॉक डाउन पर चर्चा कर रहे थे। बातों ही बातों में चर्चा इंतजाम की चल पड़ी। चुन्नीलाल का कहना था कि अभी तो हम सब की कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के इंतजाम सरकार कर रही है, घर घर राशन पहुंचाया जा रहा है, लोगों की हर सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है, भैया जी कोरोना क्या आया दुनिया को इंतजाम और इंतकाल का इल्म हो गया।
हिन्दुस्तान की हमारी सरकार ने कोरोना से बचाव के सारे इंतजाम किए हैं। परंतु पाकिस्तान ने तो अपने ही लोगों के इंतकाल का पूरा इंतजाम कर लिया है, तभी तो वहां की सरकार ने लॉक डाउन नहीं लगाया। पाकिस्तानी हुकूमत ने बड़े बड़े कब्रिस्तानों का इंतजाम जरूर कर लिया है। लोग भले ही कुछ भी कहें, बड़ी ही दरियादिल सरकार है इमरान की, जो लोगों के इंतकाल के बाद की व्यवस्था की फिक्र रखती है। भले ही मर जाएं पर कब्रिस्तान में जगह तो मिले। भई इस तरह की उच्च गुणवत्ता वाली घटिया सोच तो पाकिस्तान की ही हो सकती है। वैसे भी पाकिस्तान सिर्फ और सिर्फ आतंकवादियों का इंतजाम ही कर सकता है, उनके लिए आतंकवादियों की सुरक्षा ज्यादा जरूरी है। आम लोगों की सुरक्षा इतनी जरूरी थोड़े ही है।
इतने में ही अठन्नी लाल बोल पड़े – बहुत खूब जनाब, वैसे भी पाकिस्तानी जिहादी मौलानाओं के दिमाग में चार चोटिया अज्ञान कूट कूट कर भरा है। तभी तो वे बड़े गर्व से अपनी कौम के लोगों से अपील करते हैं कि किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हमारी कौम को तो कोरोना छू भी नहीं सकता अब इन जेहादियों को कोई कैसे समझाए कि कोरोना का संक्रमण मजहब, जाति, नस्ल और मुल्क देखकर नहीं फैलता, यह तो छींकने, खांसने और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से व्यक्ति से व्यक्ति में फैलता है।
खैर हम भारतवासी हैं तभी तो हमारी सरकार हमारे लिए इतना कुछ कर रही है। बदकिस्मती से अगर पाकिस्तानी होते तो शायद कब्रिस्तान में लाशों के ढेर में मिलते।