कोटा: मंदिर की 6.5 बीघा भूमि पर फर्जी दस्तावेजों से सौदा, मोहम्मद शफी और रमेश गिरफ्तार
कोटा: मंदिर की 6.5 बीघा भूमि पर फर्जी दस्तावेजों से सौदा, मोहम्मद शफी और रमेश गिरफ्तार
कोटा। शहर के बोरखेड़ा थाना क्षेत्र में 80 फीट रोड स्थित एक मंदिर की लगभग 6.5 बीघा जमीन को भू-माफियाओं द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों रुपये में बेचने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है, जिनमें से दो आरोपियों— मोहम्मद शफी उर्फ लंगड़ा और रमेश वैष्णव को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस उप अधीक्षक गंगासहाय शर्मा के अनुसार, मामले की शिकायत अश्विनी शर्मा गोल्डी ने दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया कि उन्होंने बोरखेड़ा क्षेत्र में 80 फीट रोड पर स्थित 6.5 बीघा भूमि खरीदी थी। खरीददारी के समय कुछ लोगों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर इस भूमि का लेन देन करवाया, लेकिन बाद में पता चला कि यह भूमि मंदिर की संपत्ति थी। परिणामस्वरूप, अश्विनी शर्मा को भूमि नहीं मिल पाई और उन्हें करोड़ों रुपये का नुकसान झेलना पड़ा।
इस मामले में पुलिस ने अब तक छह लोगों को आरोपी बनाया है, जिनमें से मोहम्मद शफी उर्फ लंगड़ा और रमेश वैष्णव को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों आरोपी अभी पुलिस रिमांड पर हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस इन दोनों को 80 फीट रोड स्थित विवादित भूमि पर पुष्टि करवाने भी लेकर गई।
एडिशनल एसपी राकेश पाल सिंह पर भी आरोप
इस घोटाले में राजस्थान पुलिस के एडिशनल एसपी राकेश पाल सिंह का नाम भी सामने आ रहा है। वर्तमान में वे एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) में डिप्टी कमांडेंट के पद पर तैनात हैं। उनके विरुद्ध इस मामले में भी एफआईआर दर्ज की गई है। यह कोटा में उनके विरुद्ध दर्ज पांचवां मामला है। इससे पहले भी नयापुरा, गुमानपुरा और बोरखेड़ा थाने में उन पर मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।
पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। इस घोटाले में मंदिर की भूमि को हड़पने और अवैध रूप से बेचने का षड्यंत्र कैसे रचा गया, इसकी भी जांच की जा रही है।