नाबालिग अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी जयपुर में हनीट्रैप का शिकार

नाबालिग अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी जयपुर में हनीट्रैप का शिकार

नाबालिग अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी जयपुर में हनीट्रैप का शिकार नाबालिग अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी जयपुर में हनीट्रैप का शिकार (प्रतीकात्मक फोटो)

राजस्थान में हनीट्रैप के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जुलाई में करौली जिले में पुलिस द्वारा एक हनीट्रैप गैंग के भंडाफोड़ को दो महीने भी नहीं बीते, कि एक नया मामला सामने आ गया। इस बार ब्लैकमेलर्स ने हरियाणा के एक नाबालिग अंतरराष्ट्रीय लॉन टेनिस खिलाड़ी को फंसाया है।

मामला तीन साल पुराना है। खिलाड़ी 2017 में करनाल में आयोजित लॉन टेनिस चैंपियनशिप में भाग लेने गया था। वहॉं उसकी भेंट जयपुर की रवीना से हुई। दोनों ने फोन नं एक्सचेंज किए। 23 जून 2018 को खिलाड़ी जयपुर में कोई टूर्नामेंट खेलने आया। तब एक बार फिर रवीना से उसका मिलना हुआ। रवीना ने उसके खेल की प्रशंसा की और जयपुर में लॉन टेनिस के खिलाड़ियों को प्राइवेट कोचिंग देकर पैसे कमाने का सुझाव दिया साथ ही खिलाड़ियों से सम्पर्क कराने की बात भी कही। बातचीत के लिए वह उसे एक होटल में ले गई। उसने कहा कि जयपुर के जिन खिलाड़ियों को प्राइवेट कोचिंग देनी है, वे भी इसी होटल में ठहरे हुए हैं। खिलाड़ी की मॉं ने बताया कि होटल में एक कमरा बुक था, जिसकी बुकिंग कनिष्का नाम की लड़की ने करवाई थी। इस कमरे में थोड़ी देर बाद करण तिवारी और कोमल नाम की लड़की आई और एक युवती ने खिलाड़ी के साथ शारीरिक संबंध बनाए। इस दौरान वहां उपस्थित करण और कोमल ने वीडियो और फोटो ले लिए। इसके बाद इन लोगों ने खिलाड़ी को दुष्कर्म केस में फंसाने की धमकियां देकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और लाखों रुपये ठग लिए।

ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर खिलाड़ी ने तीन साल बाद इस बात की जानकारी परिवार को दी तो परिवार वाले हरियाणा से जयपुर पहुंचे तथा थाने में ब्लैकमेलिंग और ठगी का मुकदमा दर्ज कराया। घटना के समय खिलाड़ी 17 साल का था। उससे यह लोग अब तक 6 लाख रुपयों की ठगी कर चुके थे तथा 10 लाख रुपयों की और डिमांड कर रहे थे। इनमें करण तिवारी स्वयं को पत्रकार बताता है। खिलाड़ी की मां की शिकायत पर पुलिस ने करण तिवारी, 4 युवतियों और एक अन्य व्यक्ति के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया है।

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