दहेज नहीं तो गैंगरेप, चूरू में शौहर और सास ही बन गए दुश्मन
चूरू। व्यक्ति अपने परिवार में अपने को सर्वाधिक सुरक्षित मानता है। लेकिन जब परिवारजन ही धोखा करें तो व्यक्ति क्या करे? चूरू के बीदासर थाना क्षेत्र में एक शौहर और उसकी मॉं ने अपनी उपस्थिति में कार में अपनी पत्नी / बहू का गैंगरेप करवाया और बेहोशी की अवस्था में उसे सड़क पर फेंक कर चले गए। गैंगरेप करने वाले शौहर के दोस्त सलमान, सिकन्दर और उसका ड्राइवर थे।
मामला दहेज उत्पीड़न का बताया जा रहा है। लड़की की साल भर पहले शादी हुई थी। ससुराल वाले दहेज के लिए उसे प्रताड़ित करते थे। मारपीट से तंग आकर वह 6 महीने पहले पीहर चली गई और वहीं रहने लगी। सप्ताह भर पहले शौहर मान मनौव्वल कर उसे अपने घर वापस ले आया। 23 अगस्त की रात वह घर में सो रही थी, तभी शौहर ने जगाया और बीकानेर से आए अपने दोस्तों के लिए चाय बनाने के लिए कहा। वह चाय बनाकर, उन्हें देकर अपने कमरे में जाने लगी तो शौहर ने साथ बैठकर चाय पीने को कहा, वहॉं लड़की की सास भी बैठी थी। चाय पीकर लड़की की तबियत बिगड़ने लगी तो शौहर ने उसे अस्पताल चलने को कहा। गाड़ी में शौहर, सास और शौहर के तीनों दोस्त सलमान, सिकंदर व उसका ड्राइवर उसे लेकर अस्पताल ले जाने के लिए निकले। लेकिन अस्पताल ले जाने की बजाय रास्ते में उन्होंने उसे डराया, धमकाया व उसके साथ मारपीट की। तीनों दोस्तों ने गैंगरेप किया। वह बेहोश हो गई तो उसे 24 अगस्त की सुबह लगभग 4 बजे सरदारशहर स्थित इमामबाड़ा के पास फेंककर भाग गए। चेतना आने पर वह सरदारशहर में ही रहने वाली अपनी बहन के घर पहुंची और घटना के बारे में बताया। बहन ने परिजनों को घटना की जानकारी दी और उसे राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया। 26 अगस्त को पूरी तरह होश आने के बाद पुलिस में मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को महिला का मेडीकल मुआयना करवाया गया है। सभी आरोपी फरार हैं। पीड़िता ने बताया कि आरोपियों का उसकी ससुराल में पहले से आना जाना था। इनमें सलमान सब्जी बेचता है, सिकन्दर गाड़ियां किराए पर देने का काम करता है और तीसरा आरोपी सिकन्दर का ड्राइवर है जिसका नाम पीड़िता को ज्ञात नहीं।