पंचांग 1 अक्टूबर 2021
पंचांग 1 अक्टूबर 2021
सुविचार
सुशीलो मातृपुण्येन, पितृपुण्येन चातुरः।
औदार्यं वंशपुण्येन, आत्मपुण्येन भाग्यवान्॥
भावार्थ
कोई भी मनुष्य अपनी माता के पुण्य से सुशील होता है, पिता के पुण्य से चतुर होता है, वंश के पुण्य से उदार होता है और अपने स्वयं के पुण्य होते हैं तभी वह भाग्यवान होता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।