पंचांग 1 अगस्त 2020 एवं प्रात: स्मरणीय विचार
पंचांग 1 अगस्त 2020
विशेष – लोकमान्य तिलक पुण्य स्मरण
प्रात: स्मरणीय विचार
वृत्तं यत्नेन संरक्षेद् वित्तमायाति याति च।
अक्षीणो वित्तत: क्षीणो वृत्ततस्तु हतो हत:।।
अर्थात्
मनुष्य को अपने शील का संरक्षण प्रयत्न पूर्वक करना चाहिये। धन कमाया जा सकता है और गंवाया भी जा सकता है। परन्तु शीलहीन मनुष्य मृत समान है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।