पंचांग 10 जनवरी 2022
सुविचार
उत्पन्नपश्चात्तापस्य बुद्धिर्भवति यादृशी।
तादृशी यदि पूर्वा स्यात्कस्य स्यान्न महोदयः।।
भावार्थ
कुछ बुरा करने के बाद पछतावा करने से क्या लाभ, नुकसान तो हो चुका है। इससे तो अच्छा है, हम कार्य ही सोच समझ कर करें।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।