पंचांग 11 नवम्बर 2020
पंचांग 11 नवम्बर 2020
सुविचार
एवं च ते निश्चयमेतु बुद्धिर्दृष्ट्वा विचित्रं जगतः प्रचारम्।
सन्तापहेतुर्न सुतो न बन्धुरज्ञाननैमित्तिक एष तापः।।
भावार्थ :
इस संसार की विचित्र गति को देखकर यह निश्चित समझो कि मनुष्य के मानसिक कष्ट या संताप के लिए उसका पुत्र अथवा बंधु कारण नहीं हैं, बल्कि दुःख का असली निमित्त तो अज्ञान है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।