पंचांग 12 नवम्बर 2021
पंचांग 12 नवम्बर 2021
सुविचार
लोभश्चेदगुणेन किं पिशुनता यद्यस्ति किं पताकैः
सत्यं यत्तपसा च किं शुचिमनो यद्यस्ति तीर्थेन किम्।
सौजन्यं यदि किं गुणैः सुमहिमा यद्यस्ति किं मण्डनैः
सद्विद्या यदि किं धनैरपयशो यद्यस्ति किं मृत्युना।।
भावार्थ
जो लोभी है तो फिर उसे किसी और अवगुण की क्या आवश्यकता? यदि चुगली करने की आदत है तो और पापों की क्या आवश्यकता? यदि सच्चाई है तो और तप की क्या आवश्यकता? यदि मन शुद्ध है तो तीर्थ करने की क्या जरूरत? सज्जनता है तो और गुणों की आवश्यकता नहीं, यदि अपना प्रभाव है तो श्रृंगार की कोई आवश्यकता नहीं, यदि विद्या है तो धन की कोई आवश्यकता नहीं और यदि अपयश विद्यमान है तो मरने की क्या आवश्यकता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।