पंचांग 13 जुलाई 2021
पंचांग 13 जुलाई 2021
सुविचार
सन्तप्तायसि संस्थितस्य पयसो नामापि न ज्ञायते मुक्ताकारतया तदेव नलिनीपत्रस्थितं राजते।
स्वात्यां सागरशुक्तिमध्यपतितं सन्मौक्तिकं जायते प्रायेणोत्तममध्यमाधमदशा संसर्गतो जायते॥
भावार्थ
तप्त लोहे पर पानी का नामोनिशान नहीं रहता। वही पानी कमल के पुष्प पर हो, तो मोती जैसा लगता है और स्वाति नक्षत्र में सीप के अंदर गिरे तो मोती बनता है। एक मनुष्य के जीवन में उत्तम – मध्यम – अधम प्रकार के व्यक्तियों की संगति का प्रभाव भी क्रमशः उत्तम -मध्यम -अधम होता है।
अत: जीवन में उत्तम और श्रेष्ठ व्यक्तियों के संपर्क में रहना चाहिए।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।