पंचांग 14 जुलाई 2021
सुविचार
मधुमन्म निक्रमणं मधुमन्मे परायणम्।
वाचा वदामि मधुमद् भूयासं मधुसंदृशः।।
भावार्थ
मेरा निकट आना और मिलना मधुयुक्त, मधुर हो। मेरा प्रत्यागमन, बिछुड़ना या वियुक्त होना मधुर हो। मैं वाणी से मधुर बोलूं। मैं मधु-सदृश, मधु सं-दृष्टि हो जाऊं।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।