पंचांग 14 फरवरी 2022
सुविचार
तावद् भयेषु भेतव्यं यावष्यमनागतम्।
आगतं तु भयं दृष्ट्वा प्रहर्तव्यमशंकया।।
भावार्थ
आपत्तियों और संकटों से तभी तक डरना चाहिए, जब तक वे दूर हैं। यदि सिर पर आ जाएं तो बिना शंका किए और डरे उनका मुकाबला करना चाहिए।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।