पंचांग 15 दिसम्बर 2020
पंचांग 15 दिसम्बर 2020
सुविचार
नाक्षरं मंत्रहीतं नमूलंनौधिम्।
अयोग्य पुरुषं नास्ति योजकस्तत्रदुर्लभः॥
भावार्थ
ऐसा कोई भी अक्षर नहीं है, जिसका मंत्र के लिए प्रयोग न किया जा सके। ऐसी कोई भी वनस्पति नहीं है, जिसका औषधि के लिए प्रयोग न किया जा सके। ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है, जिसमें कोई योग्यता न हो। किन्तु ऐसे व्यक्ति अत्यन्त दुर्लभ हैं जो उनका सदुपयोग करना जानते हों।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।