पंचांग 17 जून 2021
पंचांग 17 जून 2021
सुविचार
पापान्निवारयति योजयते हिताय, गुह्यं निगूहति गुणाप्रकटी करोति।
आपद्गतं च न जहाति ददाति काले, सन्मित्रंलक्षणमिदं प्रवदन्ति संत:।।
भावार्थ
वो पाप करने से बचाता है, वो हित के काम में लगाता है, वो छिपाने योग्य बात छिपाता है, वो गुणों को प्रकट करता है, वो विपत्ति के समय साथ नहीं छोड़ता है, बल्कि तन-मन-धन से मदद करता है। संतों ने अच्छे मित्र के यही लक्षण बताए हैं।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।