पंचांग 17 नवम्बर 2021
पंचांग 17 नवम्बर 2021
सुविचार
यदा हि नेन्द्रियार्थेषु न कर्मस्वनुषज्जते। सर्वसङ्कल्पसन्न्यासी योगारूढ़स्तदोच्यते॥
भावार्थ
कोई पुरुष जिस काल में न तो इन्द्रियों के भोगों में और न कर्मों में ही आसक्त होता है, उस काल में उस सर्व संकल्पों के त्यागी पुरुष को योगारूढ़ कहा जाता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।