पंचांग 18 अप्रैल 2022
सुविचार
कोऽतिभार: समर्थानां किं दूरे व्यवसायिनाम्।
को विदेशः सविद्यानां कःपरःप्रियवादिनाम्॥
भावार्थ
शक्तिशाली के लिये अधिक बोझ क्या है, व्यापारी के लिये दूर क्या है? विद्वान के लिये विदेश और मधुरभाषी के लिये शत्रु कौन है?
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।