पंचांग 2 मई 2021
सुविचार
गर्वाय परपीड़ायै दुर्जनस्य धनं बलम्।
सज्जनस्य तु दानाय रक्षणाय च ते सदा।।
भावार्थ
दुष्ट व्यक्ति अपने धन, बल पर घमंड कर उनका प्रयोग परपीड़ा में करता है, वहीं सज्जन इन्हें सेवा कार्यों व कमजोरों की सहायता मे लगाते हैं।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।