पंचांग 2 मार्च 2021
पंचांग 2 मार्च 2021
सुविचार
स्थानभ्रष्टाः न शोभन्ते दन्ताः केशाः नखा नराः।
इति विज्ञाय मतिमान् स्वस्थानं न परित्यजेत्॥
भावार्थ
यदि मनुष्य के दांत, केश, नाखून अपना स्थान त्याग कर दूसरे स्थान पर चले जाएँ तो वे कदापि शोभा नहीं देंगे (अर्थात् मनुष्य की काया विकृत प्रतीत होने लगेगी)। इसी प्रकार विज्ञजनों के मतानुसार किसी व्यक्ति को स्वस्थान (अपने गुणों, सत्कार्यों इत्यादि) का त्याग नहीं करना चाहिए।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।