पंचांग 20 नवम्बर 2021
सुविचार
गुकारस्त्वन्धकारस्तु रुकार स्तेज उच्यते। अन्धकार निरोधत्वात् गुरुरित्यभिधीयते॥
भावार्थ
‘गु‘कार यानि अंधकार और ‘रु‘कार यानि तेज; जो अंधकार का (ज्ञान का प्रकाश देकर) निरोध करताहै, वही गुरु कहा जाता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।