पंचांग 21 अगस्त 2021
पंचांग 21 अगस्त 2021
सुविचार
भवन्ति नम्रास्तरवः फलागमै र्नवाम्बुभिर्दूरविलम्बिनो घनाः।
अनुद्धतास्सत्पुरुषास्समृद्धिभिः स्वभाव एवैषपरोपकारिणाम्।।
भावार्थ
वृक्ष फलों के आ जाने पर नम्र हो जाते हैं (झुक जाते हैं), मेघ नवीन जल से (पूर्ण होने पर) अत्यन्त नीचे लटक आते हैं, (तथैव) सज्जन समृद्धि प्राप्त कर अत्यन्त विनीत हो जाते हैं (क्योंकि) परोपकारियों का यह स्वभाव ही है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।