पंचांग 22 अप्रैल 2021
पंचांग 22 अप्रैल 2021
सुविचार
सुभाषितमयैर्द्रव्यैः सङ्ग्रहं न करोति यः।
सो९पि प्रस्तावयज्ञेषु कां प्रदास्यति दक्षिणाम्।।
भावार्थ
सुभाषित कथन रूपी संपदा का जो संग्रह नहीं करता वह प्रसंग विशेष की चर्चा के यज्ञ में भला क्या दक्षिणा देगा? समुचित वार्तालाप में भाग लेना एक यज्ञ है और उस यज्ञ में हम दूसरों के प्रति सुभाषित शब्दों की आहुति दे सकते हैं। ऐसे अवसर पर एक व्यक्ति से मीठे बोलों की अपेक्षा की जाती है, किंतु जिसने सुभाषण की संपदा न अर्जित की हो यानि अपना स्वभाव तदनुरूप न ढाला हो वह ऐसे अवसरों पर औरों को क्या दे सकता है?
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।