पंचांग 23 अगस्त 2021
सुविचार
सदाचारेण सर्वेषाम् शुद्धं भवति मानसम्।
निर्मलं च विशुद्धं च मानसं देवमन्दिरम्।।
भावार्थ
हर समय सबके साथ अच्छे कर्म करने से मन शुद्ध होता है। ऐसा शुद्ध मन, किसी भी बुरे विचार से रहित, अपने आप में एक मंदिर है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।