पंचांग 24 मई 2021
सुविचार
परोपकारशून्यस्य धिक् मनुष्यस्य जीवितम्।
जीवन्तु पशवो येषां चर्माप्युपकरिष्यति।।
भावार्थ
परोपकार रहित मानव के जीवन को धिक्कार है। वे पशु धन्य हैं उस मानव से, मरने के बाद जिनका चमड़ा भी उपयोग में आता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।