पंचांग 25 नवम्बर 2020
पंचांग 25 नवम्बर 2020
सुविचार
वाच्यावाच्यं प्रकुपितो न विजानाति कर्हिचित्।
नाकार्यमस्ति क्रुद्धस्य नावाच्यं विद्यते क्वचित्॥
भावार्थ
गुस्से से भरे मनुष्य को किसी भी समय क्या कहना चाहिए और क्या नहीं, का ज्ञान नहीं रहता है। ऐसे व्यक्ति के लिए कुछ भी अकार्य नहीं होता और न ही कुछ अवाच्य रह जाता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।