पंचांग 25 मार्च 2022
पंचांग 25 मार्च 2022
सुविचार
सर्वार्थसंभवो देहो जनित: पोषितो यतः। न तयोर्याति निर्वेशं पित्रोर्मत्र्य: शतायुषा।।
भावार्थ
जो मनुष्य देह चार पुरुषार्थों (धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष) की प्राप्ति का प्रमुख साधन है, जिसका निर्माण तथा पोषण जिन माता पिता के कारण हुआ है, सौ वर्ष की आयु प्राप्त होने पर भी मनुष्य उनके इस ऋण से मुक्त नहीं हो सकता।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।