पंचांग 26 अक्टूबर 2021
सुविचार
तैलाद्रक्षेत् जलाद्रक्षेत्रक्षेत् शिथिल बंधनात्। मूर्खहस्ते न दातव्यमेवं वदति पुस्तकम्॥
भावार्थ
पुस्तक कहती है कि, तेल से मेरी रक्षा करो, जल से मेरी रक्षा करो, मेरा बंधन शिथिल न होने दो, औरमूर्ख के हाथ में मुझे मत दो।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।