तिथि - विचार धर्म-संस्कृति पंचांग 29 अक्टूबर 2020 4 years ago Pathey Kan पंचांग 29 अक्टूबर 2020 सुविचार बलवानप्यशक्तोऽसौ धनवानपि निर्धनः। श्रुतवानपि मूर्खोऽसौ यो धर्मविमुखो जनः॥ भावार्थ : जो व्यक्ति कर्मठ नहीं है, अपना धर्म नहीं निभाता वह शक्तिशाली होते हुए भी निर्बल है, धनी होते हुए भी गरीब है और पढ़ा लिखा होते हुए भी अज्ञानी है। ।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।। Post Views: 642 Share on Tags: पंचांग 29 अक्टूबर 2020, सुविचार Continue Reading Previous जनजाति समाज की अस्मिता की बुलंद आवाज – बाबा कार्तिक उरांवNext पंचांग 30 अक्टूबर 2020 Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment * Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.