पंचांग 29 अक्टूबर 2020
सुविचार
बलवानप्यशक्तोऽसौ धनवानपि निर्धनः।
श्रुतवानपि मूर्खोऽसौ यो धर्मविमुखो जनः॥
भावार्थ :
जो व्यक्ति कर्मठ नहीं है, अपना धर्म नहीं निभाता वह शक्तिशाली होते हुए भी निर्बल है, धनी होते हुए भी गरीब है और पढ़ा लिखा होते हुए भी अज्ञानी है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।