पंचांग 29 मई 2022
पंचांग 29 मई 2022
सुविचार
विभवे भोजने दाने तिष्ठन्ति प्रियवादिनः।
विपत्ते चागते अन्यत्र दृश्यन्ते खलु साधवः॥
भावार्थ
मनुष्य की सुख–समृद्धि, खान–पान और मान के समय चिकनी चुपड़ी बातें करने वालों की भीड़ लगी रहती है। लेकिन विपत्ति के समय केवल सज्जन ही साथ दिखाई पड़ते हैं।
॥आप सभी का दिन मंगलमय हो॥