पंचांग 31 मई 2021
पंचांग 31 मई 2021
सुविचार
पापं कर्तुमृणं कर्तुं मन्यन्ते मानवाः सुखम्।
परिणामोऽतिगहनो महतामपि नाशकृत्॥
भावार्थ
कोई पापकर्म करते समय या ऋण लेते समय लोग सुख का अनुभव करते है, परन्तु इनका परिणाम अत्यन्त दुःखद होता है। यहां तक कि सज्जन और महान व्यक्ति भी कई बार ऐसा करने से विनष्ट को प्राप्त हो जाते हैं।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।