पंचांग 4 मार्च 2021
पंचांग 4 मार्च 2021
सुविचार
नीरक्षीरविवेके हंस आलस्यं त्वं एव तनुषे चेत।
विश्वस्मिन अधुना अन्य:कुलव्रतम पालयिष्यति क:।।
भावार्थ
ऐ हंस, यदि तुम दूध और पानी में फर्क करना छोड़ दोगे तो तुम्हारे कुलव्रत का पालन इस विश्व में कौन करेगा। यदि बुद्धिमान व्यक्ति ही इस संसार में अपना कर्त्तव्य त्याग देंगे तो निष्पक्ष व्यवहार कौन करेगा।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।