पंचांग 5 अक्टूबर 2020
सुविचार
यस्य कृत्यं न जानन्ति मन्त्रं वा मन्त्रितं परे।
कृतमेवास्य जानन्ति स वै पण्डित उच्यते॥
भावार्थ :
दूसरे लोग जिसके कार्य, व्यवहार, गोपनीयता, सलाह और विचार को कार्य पूरा हो जाने के बाद ही जान पाते हैं, वह व्यक्ति ज्ञानी कहलाता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।