पंचांग 5 मई 2021
पंचांग 5 मई 2021
सुविचार
शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्।।
भावार्थ
शरीर ही सभी धर्मों (कर्तव्यों) को पूरा करने का साधन है। इसलिए शरीर को स्वस्थ बनाए रखना आवश्यक है। इसी के होने से सभी का होना है।अत: शरीर की रक्षा और उसे निरोगी रखना मनुष्य का पहला कर्तव्य है। पहला सुख निरोगी काया।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।